Chhattisgarh | Supreme fight for the innocent from Durg, now a team of 5 top lawyers will enter the field of justice
दुर्ग, 9 अप्रैल 2025। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में मासूम बच्ची से दुष्कर्म और हत्या के दिल दहला देने वाले मामले में न्याय की लड़ाई अब और तेज हो गई है। पीड़ित पक्ष की कानूनी मदद के लिए सुप्रीम कोर्ट के पांच अनुभवी वकीलों की टीम जल्द ही भिलाई पहुंचेगी और केस की पैरवी करेगी। यह जानकारी वैशाली नगर के भाजपा विधायक रिकेश सेन ने मीडिया से बातचीत में दी।
निःशुल्क सेवा देंगे स्थानीय वकील
विधायक सेन ने बताया कि भिलाई के वरिष्ठ क्रिमिनल वकील राजकुमार तिवारी इस केस में निःशुल्क अपनी सेवा देंगे। उनके नेतृत्व में दुर्ग जिले के पांच अधिवक्ताओं की एक टीम गठित की गई है जो इस गंभीर प्रकरण में स्थानीय स्तर पर पैरवी करेगी। इसके अलावा दिल्ली से सुप्रीम कोर्ट के पांच दिग्गज वकीलों को भी जोड़ा गया है, जिनसे बातचीत अंतिम चरण में है।
बांसुरी स्वराज से संपर्क में विधायक
विधायक रिकेश सेन ने बताया कि वे सुप्रीम कोर्ट की वकील बांसुरी स्वराज से भी संपर्क में हैं। उन्होंने कहा, “मेरी कोशिश है कि पीड़ित परिवार को जल्द न्याय मिले और आरोपी को फांसी की सजा दिलाई जाए। सबूत के अभाव में कई बार आरोपी छूट जाते हैं, इसलिए हम हर कानूनी पहलू पर गंभीरता से काम कर रहे हैं।”
जनसहयोग से उठाया जाएगा कानूनी लड़ाई का खर्च
इस मामले की कानूनी लड़ाई में लगने वाला पूरा खर्च जनसहयोग से वहन किया जाएगा। विधायक सेन ने स्पष्ट किया कि न्याय की इस लड़ाई में धन आड़े नहीं आने दिया जाएगा। पीड़ित परिवार को राज्य सरकार की ओर से भी हरसंभव मदद दिलाई जाएगी।
लक्ष्य – फांसी तक पहुंचाना आरोपी को
विधायक ने कहा कि यह केवल एक कानूनी लड़ाई नहीं, बल्कि समाज के लिए एक संदेश है कि मासूमों के साथ हैवानियत करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने विश्वास जताया कि वकीलों की मजबूत टीम और सबूतों के दम पर आरोपी को फांसी की सजा दिलाई जाएगी।