रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के माना बाल संप्रेषण गृह से 10 अपचारी बालक शनिवार को फरार हो गए है। बताया जा रहा है कि सभी बालक दीवार फांदकर भाग गए। सभी बालकों के ऊपर के अलग -अलग गंभीर अपराध में सजा यापता संप्रेषण गृह में बंद थे। इसके पहले भी माना बाल गृह में सजा काट संघर्ष रत अपचारी बाल फरार हुए थे। घटना के बाद विभाग में हड़कंप मच गया। पुलिस फरार अपचारी बालकों की तलाश में जुट गई है।
ऑनलाइन सटोरियों पर एक्शन, बिहार से 10 आरोपी गिरफ्तार
इधर ,दुर्ग पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग ऐप रेड्डी अन्ना और लोटस का पैनल चलाने वाले 10 आरोपियों को बिहार के आरा जिला से गिरफ्तार किया गया है। पकड़े सभी आरोपी बिहार के ही रहने वाले हैं। लेकिन इनका मुख्य सरगरना भिलाई का रहने वाला है। फिलहाल पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।
तीन सट्टा पैनलों का करते थे संचालन
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर दुर्ग एडिशनल एसपी क्राइम ऋचा मिश्रा ने कहा कि, आरोपी ओम सिंह जो की भिलाई टाउनशिप का रहने वाला है। वह बिहार के लड़कों की मदद से वहां ऑनलाइन सट्टा ऐप रेड्डी अन्ना-250, लेजर-21 और लोटस-33 के नाम से अलग- अलग तीन पैनलों का संचालन करवा रहा था। जहां पुलिस ने वहां रेड मारकर 10 लड़कों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों पास से 7 लैपटॉप, 23 एंड्रायड फोन, जियो फाइबर, बड़ी मात्रा में पासबुक और एटीएम कार्ड सहित कई दस्तावेज जब्त किये हैं।
एएसपी बोलीं- बिहार का रहने वाला है आरोपी
ऋचा मिश्रा ने आगे कहा कि, पुलिस को सूचना मिली थी कि, अभिषेक कुमार बिहार के आरा का रहने वला है और वह ऑनलाइन गेमिंग सट्टा ऐप चलाता है। उसे ऐप की आईडी भिलाई के युवक ने दी है। वो और आईडी के साथ ही अलग-अलग बैंकों के खाते, पासबुक और अन्य सामान लेने के लिए भिलाई आया है।वो उतई बस स्टैंड के पास किसी का इंतजार कर रहा था। तभी हमारी क्राइम ब्रांच की टीम तुरंत एक्टिव हुई और उतई पुलिस के साथ मिलकर घेराबंदी कर अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया है।
बिहार से मिलने आया था युवक
उन्होंने आगे कहा कि, पूछताछ में उसने बताया है कि, वह भिलाई के ओम सिंह नाम के व्यक्ति के माध्यम से ऑनलाइन गेमिंग सट्टा ऐप चलाता है। उसकी नई आईडी और बैंकों के पासबुक, एटीएम कार्ड, चेक बुक लेने के लिए यहां आया है। कुछ ही देर में ओम सिंह यहां आने वाला और वो उसे सारा सामान देगा। जिसके बाद वह बिहार वापिस चला जाता।
अभिषेक की निशानदेही पर पकड़ाए अन्य सभी 9 आरोपी
पूछताछ में अभिषेक ने बताया कि, वह बिहार के गोडान रोड आरा में एक किराए के मकान लेकर रहते हैं और उनके साथ 10 लड़के काम करते हैं। वे सभी उस मकान में रहकर वहां ऑनलाइन सट्टे चलाते हैं। इसके बाद पुलिस की टीम अभिषेक सिंह को लेकर आरा पहुंची। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने दबिश देकर ऑन-लाईन गेमिंग सट्टा ऐप का संचालन करते हुए 9 अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
ये आरोपी हुए गिरफ्तार
- अभिषेक कुमार निवासी विंदगावा पोस्ट बंदु छपरा आरा, बड़हारा भोजपुर बिहार।
- रजनेश सिंह निवासी बरहरा पोस्ट बंदु छपरा आरा, वड़हारा भोजपुर बिहार।
- रवि कुमार निवासी ग्राम दुधवा पोस्ट दौलतपुर जरा मुफस्सिल भोजपुर बिहार।
- शिशुपाल सिंह निवासी श्रीपालपुर, कोईलवर भोजपुर बिहार।
- शंकर यादव निवासी वेलवानिया, आयर भोजपुर बिहार।
- अमित कुमार सिंह निवासी सरैया, बड़हारा भोजपुर बिहार।
- अविनाश कुमार निवासी माथीलिया, मुफस्सिल भोजपुर बिहार।
- ऋषभ कुमार सिंग निवासी केशवपुर, बड़हारा भोजपुर बिहार।
- प्रिंस कुमार निवासी सेमरिया, बड़हारा भोजपुर बिहार।
- रिशांत सिंग निवासी बखोरपुर, बड़हारा भोजपुर बिहार।