छत्तीसगढ़ की अपनी संस्कृति और खान-पान बोरे बासी तिहार को लेकर गरमाई सियासत, कांग्रेसी बोले…

रायपुर। छत्तीसगढ़ की पिछली सरकार के द्वारा श्रमिक दिवस पर शुरू किए गए बोरे-बासी तिहार को लेकर प्रदेश में सियासत गरमाई हुई है।

इसी के तहत पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बोरे-बासी तिहार को लेकर बयान जारी किया है। उनका कहना है कि, हमने अपनी संस्कृति और खान-पान को आगे बढ़ाने के लिए बोरे-बासी तिहार की शुरूआत की थी। लेकिन बीजेपी सरकार को छत्तीसगढ़ की संस्कृति से कोई लेना-देना नहीं है।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस बोरे-बासी दिवस मनाएगी। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सभी जिला अध्यक्षों को पत्र भेज दिया है। उन्होंने मजदूरों को सम्मान देने के लिए लोगों से बोरे-बासी खाने और फोटो पोस्ट करने की अपील की।

कांग्रेस पार्टी हमेशा श्रमिकों का सम्मान करती है- दीपक बैज

वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने भी लोगों से बोरे-बासी तिहार मनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि, हमारी सरकार ने श्रमिकों के सम्मान में बोरे-बासी तिहार शुरू किया था। कांग्रेस पार्टी हमेशा श्रमिकों का सम्मान करती है। उन्होंने कहा कि, भाजपा की सरकार मजदूरों और किसानों की सरकार नहीं है। यह उद्योगपतियों की सरकार है, उन्हें प्रदेश की संस्कृति से कोई मतलब नहीं है। इसलिए बीजेपी सरकार बोरे-बासी दिवस नहीं मनाएगी।

छत्तीसगढ़िया की बात करती है बीजेपी लेकिन बोरे-बासी से परहेज – पूर्व गृहमंत्री

इस पूरे मामले में पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि, हमने प्रदेश की संस्कृति को आगे बढ़ाने का काम किया। छत्तीसगढ़ी, तीज-त्योहार और खानपान को बढ़ावा दिया। बीजेपी सरकार छत्तीसगढ़िया की बात करती है पर बोरे-बासी से परहेज है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *