रायपुर। पूर्व सीएम रमन सिंह अब CRPF के घेरे में रहेंगे। NSG कमांडो दिल्ली लौट जायेंगे। दरअसल केंद्र सरकर ने आदेश दिया है कि सभी वीआईपी सिक्योरिटी ड्यूटी से NSG कंमाडो को हटा लिया जाए। क्योंकि इनका इस्तेमाल सिर्फ आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए किया जाएगा। जिन वीआईपी लोगों को बहुत ज्यादा खतरा है, उनकी सिक्योरिटी का कमान अब CRPF के हवाले होगा। अगले महीने से आदेश लागू हो जाएगा।
संसद की सुरक्षा से सेवामुक्त हुए CRPF जवानों को स्पेशल ट्रेनिंग दिलाकर उन्हें सीआरपीएफ वीआईपी सिक्योरिटी विंग में भेजा गया है। इसके लिए नई बटालियन बनाई गई है। अब ये जवान वीआईपी की सुरक्षा करेंगे। सूत्रों की माने तो इस समय 9 जेड-प्लस कैटेगरी के वीआईपी है, जिनकी सिक्योरिटी NSG के ब्लैक कैट कमांडो करते हैं। बता दें कि सीआरपीएफ के पास पहले से छह वीआईपी सिक्योरिटी बटालियन मौजूद है। नई बटालियन के साथ ये सात हो जाएंगी। नई बटालियन कुछ महीने पहले तक संसद की सुरक्षा में लगी थी। अब यह काम CISF को सौंपा गया है।