नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एनडीए सांसदों को नसीहत देते हुए कहा कि वह संसद में अपना आचरण ठीक रखें और पूरी तैयारी के साथ अपने क्षेत्र के मुद्दों को उठाएं। उन्होंने विपक्ष खासकर कांग्रेस पर तंज करते हुए कहा कि वह पचा नहीं पा रही है कि एक चाय बेचने वाला लगातार तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बना है। प्रधानमंत्री ने सांसदों से परिवार सहित प्रधानमंत्री संग्रहालय देखने का भी आह्वान किया ताकि वह देश के सभी प्रधानमंत्री के बारे में जान सकें।
अठारहवीं लोकसभा में एनडीए संसदीय दल की पहली बैठक में सभी घटक दलों के नेताओं और सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भव्य स्वागत किया। बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने एनडीए सांसदों को संसदीय आचरण के अनुरूप काम करने की नसीहत दी। मोदी ने उन्हें किस तरह से काम करना है, इसका मंत्र भी दिया। बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि प्रधानमंत्री ने संसदीय दल बैठक में नए सांसदों को हिदायत दी कि उनसे कई लोग चिपकने की कोशिश कर सकते हैं। ऐसे लोगों को सत्यापन के बाद ही अपने साथ लाएं या संपर्क रखें। मीडिया में अनावश्यक बयानबाजी से भी बचें। उन्होंने सांसदों से कहा कि अपने-अपने क्षेत्रों को पूरा समय दें।
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री ने कहा कि गांधी परिवार यह सहन नहीं कर पा रहा है कि उनके परिवार के बाहर कोई प्रधानमंत्री कैसे बन सकता है इसलिए, अब उनके व्यवहार में गुस्सा और झुंझलाहट दिखाई दे रहा है। गांधी परिवार ने सिर्फ अपने परिवार को आगे बढ़ाया। हमने देश के सभी प्रधानमंत्री को सम्मान दिया, इसलिए पीएम म्यूजियम जाएं और देखें। उन्होंने कहा कि सांसद, राहुल गांधी की तरह सदन में पेश न आएं। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक मंत्र दिया, जो बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सांसद देश की सेवा के लिए सदन में चुना गया है चाहे वे किसी भी पार्टी से हों। देश की सेवा हमारी पहली जिम्मेदारी है। एनडीए के हर सांसद को देश को प्राथमिकता देकर काम करना है। मोदी ने सांसदों के आचरण को लेकर भी मार्गदर्शन किया और कहा कि हर सांसद को अपने क्षेत्र के मामलों को नियमानुसार सदन में अच्छी तरह से रखना चाहिए। प्रधानमंत्री ने जन हित के अन्य प्रमुख मुद्दों में विशेषज्ञता विकसित करने को भी कहा, फिर वो चाहे जल, पर्यावरण या सामाजिक क्षेत्र ही क्यों न हो। मोदी ने एनडीए सांसदों से संसद के नियमों, संसदीय लोकतंत्र प्रणाली और आचरण का पालन करने का आग्रह किया जो एक अच्छा सांसद बनने के लिए आवश्यक है। उन्होंने गैर जरूरी बयानबाजी से बचने की भी सलाह दी।