रायपुर। राजधानी के मरीन ड्राइव में हुई फायरिंग मामले में गिरफ्तार झारखंड गैंगस्टर अमन साव को आज कोर्ट में पेश किया गया। अमन साव की आज पुलिस रिमांड खत्म होने पर उसे कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान पुलिस ने अमन से पूछताछ करने के लिए उसे रिमांड में लेने की कोशिश की। लेकिन कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद गैंगस्टर अमन को 28 अक्टूबर तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
बता दें कि रायपुर के तेलीबांधा स्थित कारोबारी के दफ्तर के बाहर 13 जुलाई को फायरिंग हुई थी, जिसमें गैंगेस्टर अमन साव का हाथ है। छत्तीसगढ़ पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर झारखंड से रायपुर लाया है। कोर्ट ने अमन को 19 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा है। पुलिस अब तक उससे 60 अलग-अलग बिंदुओं पर पूछताछ कर चुकी है। एसएसपी संतोष कुमार सिंह, एडिशनल एसपी क्राइम संदीप मित्तल, डीएसपी संजय सिंह समेत 7 पुलिस अधिकारियों ने पूछताछ की है। अमन साहू ने लॉरेंस बिश्नोई से अपना डायरेक्ट कनेक्शन होने से इंकार किया है।
ये है पूरी घटना
तेलीबांधा थाने के पास स्थित कंस्ट्रक्शन कंपनी पीआरए ग्रुप के ऑफिस के बाहर 13 जुलाई 2024 को करीब 11 बजे पल्सर बाइक सवार दो शूटरों ने दफ्तर के बाहर पार्किंग एरिया में फायरिंग की। वहीं, फायरिंग की आवाज सुनकर कार में बैठे कारोबारी के ड्राइवर और कर्मचारी घबरा गए और जान बचाकर ऑफिस के अंदर भागे। फायरिंग की आवाज सुनकर सुरक्षाकर्मियों ने भी जवाबी फायरिंग में 2 से 3 राउंड गोली चलाई। घटना के बाद नकाबपोश शूटर्स मौके से फरार हो गए। जिसके बाद आरोपियों को पकड़ने पुलिस ने पूरे शहर में नाकेबंदी की। वहीं, गोली चलाने वाले युवकों की बाइक JH 01 DL 4692 को तेलीबांधा क्षेत्र से बरामद हुआ था। इस गोलीकांड मामले में पुलिस ने झारखंड और पंजाब में स्पेशल टीम गठित कर कार्रवाई की। इस कार्रवाई में पुलिस ने दोनों राज्यों से अब तक 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।