दुर्ग। हजरत बाबा सैयद अब्दुल रहमान शाह काबुली रहमतुल्लाह अलैह पुराना बस स्टैंड दुर्ग की प्रसिद्ध दरगाह में 72वां उर्स मुबारक के अवसर पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूरे शहर के अलग अलग स्थानों से चादर शरीफ हेतु संदल जुलूस निकाली गयी, जिसमें एक से एक बढ़कर बाजा, धुमाल, एवं आकर्षित झांकी देखने को मिली, आकर्षित झांकी में सबसे अलग हटकर सत्तीचौरा से निकला संदल रहा, जिसमें पर्यावरण बचाओ का संदेश दिया गया. दुर्ग की इस प्रसिद्ध दरगाह में छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि अन्य प्रांतो के श्रद्धालु गण हजारों की तादाद में पहुंचकर अपनी मन्नतो व मुरादों की झोली भरते हैं। हर कौम व मजहब के लोग भव्य चादर संदल व झांकीयों के साथ शिरकत करते हैं । अंचल के जनप्रतिनिधि गण समाजसेवी व शहर की जनता इस शालीन परंपरा में आपसी सहयोग प्रेम भाईचारा व सदभवाना से कौमी एकता का संदेश देते हैं, यही कारण है की सालाना उर्स पाक कमेटी उर्स पाक को एकता उत्सव के रूप में भी मानते चली आ रही है।
शब्बू पाकीजा ने बताया कि सत्तीचौरा से निकलने वाले संदल में अपनी परंपरा अनुसार यंग स्टार संदल कमेटी, सत्तीचौरा द्वारा आपसी भाईचारा का संदेश के साथ साथ इस वर्ष भारत बचाओ, पेड़ लगाओ की आकर्षित झांकी निकाली गई, जिसमें एक साथ दो संदेश दिया गया, पहला संदेश जिसमें हिन्दू-मुस्लिम महिलाएं एक साथ बैठकर पेड़ लगा रहे है, दूसरा संदेश भारत देश बचाओ पेड़ लगाओ का था, झांकी में हिन्दू मुस्लिम महिलाओं द्वारा एक साथ बैठकर पर्यावरण बचाव के लिए पेड़ लगा रहे है साथ ही साथ पक्षि रूप में परी पानी डाल रही है और पेड़ लगातर बढ़ रहा है, यह झांकी देख आम जनोँ में एक अच्छा संदेश गया, और हजारों नागरिकों ने इसकी प्रशंसा की, यंग स्टार संदल कमेटी द्वारा जुलूस के दौरान कई स्थानों आम नागरिकों को फल, फूल के पेड़ का वितरण किया गया, संदल कमेटी द्वारा लगभग 400 पौधे का वितरण किया गया, जिसकी सराहना होती रही.
पूरी जुलूस में सभी युवा ने तिरंगे झंडे लेकर चलते नजर आए और धुमाल में भी कई स्थानों में देश भक्ति गीत की धुन बजी और युवा नाचते रहे, जुलूस में सभी धर्म के धार्मिक गाने बजते रहे. ज्ञात हो कि यंग स्टार कमेटी, सत्तीचौरा द्वारा विगत 70 वर्षों से निकाली जाने वाली संदल जुलूस एवं झांकी सत्तीचौरा के सभी हिन्दू-मुस्लिम भाइयों द्वारा मिलकर निकाली जाती है, जोकि पूरे जिले एवं प्रदेश के लिए प्रेणा बन गयी है, सलाना उर्स प्रारंभ के वर्षों में 2 या 4 ही संदल जुलूस निकलता था, जिसमें सत्तीचौरा प्रमुख रहता था विगत की वर्षों से सत्तीचौरा के वासी सभी धर्म के सभी पर्व सदैव मिलकर बनाते है और सदैव आपसी भाईचारे से साथ रहते है.. सत्तीचौरा से निकली संदल जुलूस गंजपारा का भ्रमण करते हुए स्टेशन रोड, पोलसाय पारा चौक, इंदिरा मार्किट से होते हुए पुराना बस स्टैंड दुर्ग में स्तिथ दरगाह पहुँची जहाँ सभी ने मिलकर चादर चढ़ाएं, और देश मे सुख शान्ति बनी रहे इसकी दुआ की.