बड़ी वारदातों का अंजाम देने वाला नक्सली ने छोड़ी हिंसा की पथ
सुकमा, छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में आठ लाख रुपये के इनामी नक्सली ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।
नक्सली का परिचय
30 वर्षीय नक्सली रोशन उर्फ सम्मैया सोढ़ी ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। नक्सली सोढ़ी पर आठ लाख रुपये का इनाम था। नक्सलियों ने पूना नर्कोम अभियान (नई सुबह, नई शुरुआत) से प्रभावित होकर तथा माओवादी नेताओं के भेदभावपूर्ण व्यवहार से तंग आकर हिंसा का मार्ग छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया है।
नक्सली की गतिविधियाँ
नक्सली सोढ़ी 2008 में बुर्कलंका जीआरडी मिलिशिया का सदस्य बना था। उसने कई घातक नक्सली हमलों में शामिल होने का आरोप है। वह 2010 में ताड़मेटला (तब दंतेवाड़ा जिले में) हुए नरसंहार में भी शामिल था. इस हमले में 76 जवान मारे गए थे। वहीं 2017 में बुरकापाल हमले भी शामिल होने का उस पर आरोप है। इस हमले में CRPF के 25 जवानों ने अपनी जिंदगी गंवा दी थी।
आत्मसमर्पण के बाद
एर्रा को राज्य सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत जिन सुविधाओं का प्रावधान किया गया है, वह सब उपलब्ध कराया जाएगा। अब तक 176 नक्सलियों ने जिले में पुना नारकोम अभियान के तहत हिंसा का मार्ग छोड़कर आत्मसर्पण किया है। यह अभियान बीते साल अगस्त में शुरू किया गया था।