रायपुर। विधानसभा चुनावों के बाद छत्तीसगढ़ के नक्सली क्षेत्र में स्थानीय नेताओं को नक्सलियों द्वारा नुकसान पहुंचाया जाने लगा हैं। खासकर भाजपा नेताओं की बस्तर में हत्याओं ने न सिर्फ प्रदेश की पुलिस बल्कि बस्तर, कांकेर, सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर और दंतेवाड़ा जैसे माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में काम कर रहे भाजपा नेताओं को भी चिंता में डाल दिया हैं। नक्सली भाजपा नेताओं को सीधे निशाने पर ले रहे हैं।
यह सिलसिला नवम्बर में उस वक्त शुरू हुआ था जब विधानसभा के लिए चुनाव प्रचार अपने चरम पर था। ऐसे में अब कुछ महीनो बाद लोकसभा के चुनव भी होने हैं। जाहिर हैं नेताओं का दौरा और प्रवास होगा लेकिन भाजपा के नेताओं में नक्सली हमले का दशहत घर कर गया हैं। वे सोच में डूबे हैं कि वह इस खतरे के बीच कैसे जनसम्पर्क करेंगे, भीतर इलाको तक कैसे पहुंचेंगे?
इन नेताओं को पहले से ही मिली हैं X श्रेणी की सुरक्षा
इन्ही खतरों को भांपते हुए बस्तर रेंज के 9 बीजेपी लीडर्स ने केंद्रीय गृहमंत्री को खत लिखा है। सभी नेताओं ने अपने लिए जेड श्रेणी की सुरक्षा की मांग की हैं। सभी ने लगातार हो रहे टॉरगेट को लेकर गहरी चिंता जाहिर की है। हालाँकि ये वो नेता हैं जिन्हे पहले से ही X श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त हैं लेकिन अब ये नेता केंद्रीय गृह मंत्रालय से समीक्षा और अपनी सुरक्षा में अपग्रेडेशन चाहते हैं।