रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में बुधवार को ध्यानाकर्षण के दौरान सामुदायिक भवन पर कब्जे का मामला भाजपा विधायकों ने जोर-शोर से उठाया। इस पर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस भी हुई। उल्लेखनीय है कि, पूर्व मंत्री शिव डहरिया की पत्नी पर सामुदायिक भवन पर कब्जे का आरोप लगा है, वहीं अब एक और पूर्व मंत्री अमरजीत भगत पर भी ऐसा ही कब्जे का आरोप लगा है।
भाजपा विधायकों द्वारा मामले पर ध्यानाकर्षण कराए जाने के बाद उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा- सरकारी संपत्ति की सुरक्षा की जाएगी। इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की जाएगी। साव ने ऐलान किया कि, शताब्दी नगर के सामुदायिक भवन पर पूर्व मंत्री शिव डहरिया की पत्नी शकुन डहरिया की समिति द्वारा कब्जे की जांच होगी। साव ने कहा कि, सदन में घोषणा करते हुए कहा कि, तीन महीने के भीतर की जाएगी मामले की जांच। जांच रिपोर्ट में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
सामुदायिक भवन पर अवैध कब्जे को लेकर सदन में तीखी बहस होती रही। सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच कब्जे को लेकर बहस के बीच ही वरिष्ठ भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा- कब्जे का एक और मामला आया है, उसकी भी जांच करेंगे क्या? इसके बाद वरिष्ठ भाजपा विधायक राजेश मूणत ने पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के द्वारा कब्जे करने के मुद्दे को उठाया गया। इसके बाद दोनों पक्षों में एक बार फिर तीखी बहस होने लगी।